tag:blogger.com,1999:blog-50638737741803552312024-03-12T17:28:08.626-07:00abhijnanamblogspot.comanupriyahttp://www.blogger.com/profile/11829801046849386660noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-5063873774180355231.post-75331150374682619332010-02-23T10:06:00.000-08:002010-02-23T10:14:52.531-08:00तुम्हारे बिनामन बहुत उदास<br />है<br />तुम्हारे बिना <br />कैसे दिखाऊँ मन की पीड़ा<br />कैसे कहूं<br />बातें दिल की<br />कैसे<br />कह दूं की खुश हूँ मैं<br />और कैसे कहूं<br />की नाराज भी हूँ<br />अपने ही<br />भाग्य से<br />कैसे कहूं<br />की<br />तुम्हारे बिना<br />मन बेहद उदास है .....anupriyahttp://www.blogger.com/profile/11829801046849386660noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-5063873774180355231.post-84646181128796631612010-02-23T09:52:00.000-08:002010-02-23T10:04:38.464-08:00तुम्हे<br />जब पहली बार महसूस किया था<br />अपने अस्तित्व में<br />तुम उतर आये थे<br />मेरे मन की माटी में<br />एक नन्हा अंकुर बनकर<br />मेरा कुम्हलाता जीवन<br />खिल उठा था फिर<br />तुम्हारे कोमल स्पर्श से<br />तुम्हारी तोतली बोली<br />भर देती थी<br />मेरी सुबह नए उजास के फूलों से<br />तुम्हारी हरकतें<br />मेरे शिथिल मन<br />की दवा<br />होने लगी थी<br />तुम मेरे<br />जीवन को एक नयी दिशा <br />दे रहे थे<br />मैं तुम्हारी माँ<br />और<br />तुम मेरा<br />सब कुछ हो गए थे ....anupriyahttp://www.blogger.com/profile/11829801046849386660noreply@blogger.com1